चुम्बकत्व Magnetism फ्लेमिंग के नियम ट्रांसफार्मर part 2

                      चुम्बकत्व ( Magnetism)


विद्युत चुम्बकीय प्रेरण क्या है?


जब किसी कुंडली में चुंबकीय क्षेत्र के कारण विद्युत धारा प्रेरित होती है, तो इसे विद्युत चुंबकीय प्रेरण कहते हैं. इस घटना में चुंबकीय प्रभाव से विद्युत प्रभाव पैदा होता है. 

विद्युत चुंबकीय प्रेरण की घटना के बारे में ज़्यादा जानकारी:

जब किसी कुंडली से गुज़रने वाली फ़्लक्स में बदलाव होता है, तो कुंडली में प्रेरित विद्युत वाहक बल (ईएमएफ़) पैदा हो जाता है. 

जब किसी कुंडली और चुंबक के बीच आपेक्षिक गति होती है, तो कुंडली में धारा उत्पन्न हो जाती है. इसे प्रेरित धारा कहते हैं. 

विद्युत चुंबकीय प्रेरण की खोज ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल फ़ैराडे ने 29 अगस्त, 1831 को की थी. 

फ़ैराडे ने पाया कि जब किसी कुंडली के ज़रिए चुंबकीय प्रवाह समय के साथ बदलता है, तब कुंडली में वैद्युतवाहक बल प्रेरित होता है. 

विद्युत चुंबकीय प्रेरण का एक प्रयोग: 

लकड़ी या प्लास्टिक की खोखली नली के ऊपर बहुत लपेटन वाली विसंवाहित चालक तार को लपेटें.

तार के सिरों को एक गैल्वेनोमीटर से जोड़ें.

एक शक्तिशाली स्थायी छड़ चुंबक को तेज़ी से खोखली नली के अंदर ले जाएं.

विद्युत


फ़्लेमिंग के नियम, चुंबकीय क्षेत्र में रखे कंडक्टर पर लगने वाले बल और विद्युत चालक बल की दिशा बताने वाले नियम हैं. इन नियमों में बाएं हाथ का नियम और दाहिने हाथ का नियम शामिल हैं. 

फ़्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम 

बाएं हाथ की तर्जनी, मध्यमा, और अंगूठे को एक-दूसरे के लंबवत रखें. 

तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा बताती है. 

मध्यमा अंगुली, चालक में प्रवाहित विद्युत धारा की दिशा बताती है. 

अंगूठा चालक तार पर लगने वाले बल की दिशा को दर्शाता है. 

फ़्लेमिंग के दाहिने हाथ का नियम 

दाहिने हाथ के अंगूठे, तर्जनी, और मध्यमा को एक-दूसरे के लंबवत रखें.

अंगूठा चुंबकीय आकर्षण की ओर इंगित करता है.

तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की ओर इंगित करती है.

उंगलियों के सिरे विद्युत धारा की ओर इंगित करते हैं.

इन नियमों को याद रखने के लिए स्मरणीय शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे, "FBI" का मतलब है F बल (या गति), B चुंबकीय क्षेत्र, और I धारा 

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ट्राँसफार्मर या परिणामित्र एक वैद्युत मशीन है जिसमें कोई चलने या घूमने वाला अवयव नहीं होता। विद्युत उपकरणों में सम्भवतः ट्राँसफार्मर सर्वाधिक व्यापक रूप से प्रयुक्त विद्युत साषित्र है। यह किसी एक विद्युत परिपथ से अन्य परिपथ में विद्युत प्रेरण द्वारा धारा की आवर्ती को बिना बदले विद्युत उर्जा स्थान्तरित करता है


ट्रांसफार्मर क्या है, इसका कार्य क्या है?


ट्रांसफ़ॉर्मर एक ऐसा उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को एक परिपथ से दूसरे परिपथ में स्थानांतरित करता है. यह प्रत्यावर्ती धारा (AC) के साथ काम करता है. ट्रांसफ़ॉर्मर, विद्युत ऊर्जा के वितरण और घरेलू उपयोग के लिए बहुत ज़रूरी है. 

ट्रांसफ़ॉर्मर के कार्य:

यह विद्युत ऊर्जा के वोल्टेज को बढ़ाता या घटाता है. 

यह विद्युत ऊर्जा को एक परिपथ से दूसरे परिपथ में स्थानांतरित करता है. 

यह विद्युत ऊर्जा को बिना किसी नुकसान के बढ़ाता या घटाता है. 

यह विद्युत ऊर्जा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने में मदद करता है. 

यह विद्युत प्रणालियों के संरक्षक के रूप में काम करता है. 

ट्रांसफ़ॉर्मर के प्रकार: उच्चायी ट्रांसफ़ॉर्मर (स्टेप-अप ट्रांसफ़ॉर्मर), अपचायी ट्रांसफ़ॉर्मर (स्टेप-डाउन ट्रांसफ़ॉर्मर). 

ट्रांसफ़ॉर्मर कैसे काम करता है:

यह अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है. 

यह विद्युत प्रेरण द्वारा धारा की आवर्ती को बिना बदले विद्युत ऊर्जा स्थान्तरित करता है. 

यह एक स्टेटिक डिवाइस है, यानी इसमें कोई चलने या घूमने वाला अवयव नहीं होता. 

      ट्रांसफार्मर से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न 

1) मुक्त रूप से अपने गुरुत्व केंद्र पर आलंबित चुंबकीय सुई क्षैतिज के साथ जो कोण बनाते हैं उसे कहते है 

a) नमन कोण।  b) दिखपात कोण 

  c) क्षैतिज कोण    d) इनमें से कोई नहीं 


2) विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव सर्वप्रथम अवलोकित किया गया 

a) हेनरी द्वारा   b) ओरस्टेड द्वारा।

 c) फराडे द्वारा।    d) वोल्टा द्वारा 


3) ध्रुव पर नमन कोण का मान कितना होता है 

a) 0°।  b) 45°।  c) 60°।  d) 90° 


4) फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम दिशा बताते हैं 

a) विद्युत धारा कि उसे चालक में जो विद्युत क्षेत्रम रखा है

b) विद्युत चालक में चुंबकीय क्षेत्र की 

c) विद्युत चालक में बल की दिशा जब चालक चुंबकीय क्षेत्र में है 

d) इनमें से कोई नहीं है 


5) विद्युत चुंबकीय प्रेरण के नियमों का उपयोग निम्न में से किसको बनाने में उपयोग किया जाता है 

a) धारा मापी।      b) वोल्ट मीटर। 

c) विद्युत मीटर।        d) जनित्र 


6) डायनेमो (विद्युत जनित्र) के कार्य करने का सिद्धांत है 

a) ताप विद्युत प्रभाव। 

 b) विद्युत चुंबकीय प्रभाव 

c) धारा का चुंबकीय प्रभाव 

d) ऊर्जा संरक्षण 


7) ट्रांसफार्मर का सिद्धांत आधारित है

a) चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर 

b) विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर 

c) स्वप्रेरण के सिद्धांत पर 

d) अन्य प्रेरणा के सिद्धांत पर 


8) ट्रांसफार्मर क्या है 

a) DC को AC  में परिवर्तित करता है 

b) AC को वोल्ट को घटाने और बढ़ाने में 

c) AC वोल्टता को DC वोल्टा में परिवर्तित करता है 

d) विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है 


9) लेंज का नियम है 

a) द्रव्यमान संरक्षण का  b) संवेग संरक्षण का

c) ऊर्जा संरक्षण का।  d) द्रव्यमान व ऊर्जा संरक्षण का


10) विषुवत रेखा पर नती कोण का मान होता है 

a)0°।   b)90°।  c) 180°।  d) 45°


उत्तर नीचे है 

1) a। 2) b 3) d। 4) c  5) d। 6) b 7) b

8) b। 9) c  10) a 

  

चुम्बकत्व Magnetism part 1 https://cgtricks1.blogspot.com/2025/02/blog-post_19.html
 

विद्युत ELECTRICITY 🔌 https://cgtricks1.blogspot.com/2025/02/blog-post_13.html




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